पानी बरत विचार सूं,बिना अर्थ मत खोय,रामचरण पानी गया,कहूं न आदर होय
पानी की पैदास है,बिन पानी पानक नाहि,सकल सृष्टि की शोभिता,पानी हूं के माहि
जगद्गुरु अंतर्राष्ट्रीय रामस्नेही सम्प्रदाय शाहपुरा पीठाधीश्वर श्री श्री 1008 श्री रामदयाल जी महाराज।
पानी की पैदास है,बिन पानी पानक नाहि,सकल सृष्टि की शोभिता,पानी हूं के माहि

जगद्गुरु अंतर्राष्ट्रीय रामस्नेही सम्प्रदाय शाहपुरा पीठाधीश्वर श्री श्री 1008 श्री रामदयाल जी महाराज।
पूज्यश्री प्रसिद्ध रामस्नेही सम्प्रदाय के पीठाधीश्वर व आध्यात्मिक गुरु होने के साथ-साथ सामाजिक उत्थान के अग्रदूत भी हैं। आपकी सद्प्रेरणा से कई अस्पताल, गौ-शालाएं, विद्यालय व अन्य कई सेवा संस्थान चल रहे हैं। आपके मन में प्राणी मात्र के लिए पीड़ा का मर्म व्याप्त है।
ऐसे परमपूज्य स्वामी जी ने जलधारा विकास संस्थान के कार्य को अपना आशीर्वाद प्रदान कर संस्थान पर महती कृपा की है।

अनन्त श्री विभूषित महामण्डलेश्वर स्वामी हंसराम जी महाराज, हरिशेवा धाम भीलवाड़ा
पूज्य स्वामी प्रकृतिप्रेमी संत है, जिनके नेश्राय में हर वर्ष हजारों पेड़ लगते हैं व मानव सेवा तथा मानव उत्थान के कार्यक्रम चलते रहते है। विश्वभर में फैले हुए अनुयायी आपका मार्गदर्शन एवं आशीर्वाद लेने तथा दर्शन करने आते रहते हैं।
पूज्य श्री ने जलधारा जलधारा विकास संस्थान के कार्य को अपना आशीर्वाद प्रदान कर संस्थान पर महती कृपा की है।